
Surabhi Coriander Seeds: धनिया (Coriander) भारतीय रसोई का एक अनिवार्य हिस्सा है और इसकी खेती किसानों के लिए एक लाभदायक फसल साबित हो सकती है। नमधारी सुरभि धनिया बीज एक विशेष प्रकार का धनिया है जो अपनी उच्च उपज क्षमता, चमकदार पत्तियों, और बेहतर सुगंध के लिए प्रसिद्ध है। यह ब्लॉग आपको सुरभि धनिया की खेती के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा।
Surabhi Coriander Seeds: नमधारी सुरभि धनिया की विशेषताएँ
विशेषता | विवरण |
---|---|
प्रकार | मल्टीकट (Multicut) |
पौधे की ताकत | उत्कृष्ट |
पत्तियों का रंग | गहरा हरा |
डंठल की लंबाई | 20-25 सेमी |
सुगंध | बेहतरीन |
बोल्टिंग | देर से (Late-bolting) |
फसल कटाई का समय | 35 दिन (बुवाई के बाद पहली कटाई) |
मौसम | खरीफ, रबी, और गर्मी |
उपयुक्त राज्य | भारत के सभी राज्य |
बीज दर | 8-10 किग्रा/एकड़ |

Surabhi Coriander Seeds: सुरभि धनिया की खेती कैसे करें?
1. जलवायु और मिट्टी की तैयारी
- जलवायु:
सुरभि धनिया सभी मौसमों में उगाई जा सकती है, लेकिन इसे ठंडी और हल्की गर्म जलवायु में बेहतर परिणाम मिलता है। - मिट्टी:
- उपजाऊ और अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी धनिया की खेती के लिए सबसे उपयुक्त है।
- पीएच स्तर 6-7.5 हो तो बेहतर उपज मिलती है।
2. बुवाई की विधि
- मौसम:
- खरीफ: जुलाई-अगस्त
- रबी: अक्टूबर-नवंबर
- गर्मी: फरवरी-मार्च
- बीज उपचार:
बुवाई से पहले बीज को फफूंदनाशक (Fungicide) से उपचारित करें। - बीज दर:
प्रति एकड़ 8-10 किग्रा बीज का उपयोग करें।
3. बुवाई का तरीका और दूरी
बुवाई का तरीका | पंक्तियों के बीच दूरी (सेमी) | पौधों के बीच दूरी (सेमी) |
---|---|---|
छिड़काव | 20-25 | 10-15 |
कतार पद्धति | 25-30 | 10-15 |
4. सिंचाई और खाद प्रबंधन
- सिंचाई:
- पहली सिंचाई बुवाई के तुरंत बाद करें।
- उसके बाद 7-10 दिन के अंतराल पर सिंचाई करें।
- खाद:
- 10-12 टन गोबर की खाद खेत की तैयारी के समय डालें।
- 50-60 किग्रा नाइट्रोजन, 25-30 किग्रा फॉस्फोरस, और 15-20 किग्रा पोटाश प्रति एकड़ की आवश्यकता होती है।
Surabhi Coriander Seeds: सुरभि धनिया की देखभाल
1. खरपतवार नियंत्रण
खरपतवार धनिया की उपज को कम कर सकते हैं।
- हाथ से निराई करें या खरपतवारनाशक का उपयोग करें।
- पहली निराई बुवाई के 20-25 दिन बाद करें।
2. रोग और कीट प्रबंधन
रोग/कीट | लक्षण | नियंत्रण उपाय |
---|---|---|
झुलसा रोग (Blight) | पत्तियों पर भूरे धब्बे | कॉपर ऑक्सीक्लोराइड का छिड़काव |
सफेद मक्खी | पत्तियों का पीला पड़ना | नीम का तेल या जैविक कीटनाशक उपयोग |
डंठल का सड़ना (Rot) | डंठल का गलना | अच्छी जल निकासी और फफूंदनाशक उपयोग |

कटाई और उपज
- पहली कटाई:
बुवाई के 35 दिन बाद पहली कटाई करें। - उपज:
एक एकड़ में 8-10 क्विंटल ताजी पत्तियों की उपज प्राप्त होती है।
Surabhi Coriander Seeds: सुरभि धनिया के फायदे और उपयोग
1. फायदे
विशेषता | लाभ |
---|---|
गहरा हरा रंग | बाजार में उच्च मांग |
बेहतरीन सुगंध | मसालों और सजावट के लिए उपयुक्त |
मल्टीकट क्षमता | एक ही पौधे से बार-बार उपज |
बेहतर रोग प्रतिरोधक क्षमता | कम कीटनाशक की आवश्यकता |
2. उपयोग
- ताजी पत्तियों का उपयोग सब्जियों और सलाद में किया जाता है।
- सूखे बीज मसाले के रूप में उपयोग किए जाते हैं।
- औषधीय गुणों के कारण इसका उपयोग आयुर्वेद में भी होता है।
सवाल-जवाब (Q&A)
Q1: नमधारी सुरभि धनिया की बुवाई का सबसे अच्छा समय क्या है?
उत्तर: खरीफ में जुलाई-अगस्त, रबी में अक्टूबर-नवंबर, और गर्मी में फरवरी-मार्च।
Q2: सुरभि धनिया के लिए बीज की मात्रा कितनी होनी चाहिए?
उत्तर: प्रति एकड़ 8-10 किग्रा बीज की आवश्यकता होती है।
Q3: सुरभि धनिया को कितने दिनों में पहली कटाई के लिए तैयार किया जा सकता है?
उत्तर: बुवाई के 35 दिन बाद पहली कटाई की जा सकती है।
Q4: क्या सुरभि धनिया को साल भर उगाया जा सकता है?
उत्तर: हां, यह एक लेट-बोल्टिंग किस्म है, जिसे सालभर उगाया जा सकता है।
Q5: सुरभि धनिया की उपज क्षमता क्या है?
उत्तर: प्रति एकड़ 8-10 क्विंटल ताजी पत्तियों की उपज प्राप्त होती है।
निष्कर्ष
Surabhi Coriander Seeds: नमधारी सुरभि धनिया बीज अपनी उच्च गुणवत्ता, आकर्षक रंग, और बेहतरीन उपज क्षमता के कारण किसानों के लिए एक लाभकारी फसल साबित हो सकता है। इसकी मल्टीकट क्षमता और देर से बोल्टिंग के कारण इसे सालभर उगाया जा सकता है। यदि आप धनिया की खेती करना चाहते हैं, तो इस विशेष किस्म को अपनाकर अधिक लाभ कमा सकते हैं।
क्या आप सुरभि धनिया की खेती करने की योजना बना रहे हैं? हमें अपने अनुभव जरूर साझा करें!