
Iffco Sagarika: द्वारा निर्मित एक प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर (PGR) है, जो भारतीय कृषि क्षेत्र में अपनी पहचान बना चुका है। यह एक लिक्विड फर्टिलाइजर है, जिसमें समुद्री शैवाल से निकाले गए तत्व, अमीनो एसिड, विटामिन्स और पौधों के विकास में सहायक हार्मोन होते हैं। इसका उपयोग फसलों की वृद्धि, उपज और गुणवत्ता को सुधारने के लिए किया जाता है। इसमें मौजूद प्राकृतिक तत्व फसलों को विभिन्न प्रकार के लाभ प्रदान करते हैं, जिससे किसानों की उपज में वृद्धि और खेतों की सेहत में सुधार होता है।
Table of Contents
Sagarika के फायदे:
Iffco Sagarika का नियमित उपयोग कई फसलों में उपयोगी सिद्ध हुआ है। यह न केवल फसलों की गुणवत्ता को बढ़ाता है बल्कि खेती की लागत को भी कम करने में मदद करता है। इसके मुख्य फायदे निम्नलिखित हैं:
फायदा | विवरण |
---|---|
बेहतर बीज अंकुरण | Sagarika का उपयोग बीजों के अंकुरण में सुधार करता है और ट्रांसप्लांट शॉक को कम करता है। |
मृदा स्वास्थ्य में सुधार | Sagarika मृदा में माइक्रोबियल गतिविधि को सक्रिय करता है, जिससे मृदा स्वास्थ्य बेहतर होता है। |
उपज में वृद्धि | Sagarika से फसलों की उपज और गुणवत्ता में वृद्धि होती है। |
मजबूत जड़ प्रणाली | यह पौधों की जड़ प्रणाली को मजबूत बनाता है, जिससे वे पौधों को आवश्यक पोषक तत्व अधिक मात्रा में प्राप्त कर पाते हैं। |
फूलों की संख्या में वृद्धि | यह पौधों में फूलों की संख्या को बढ़ाता है और फलों के झड़ने को कम करता है। |
तनाव सहनशीलता में वृद्धि | Sagarika फसलों की तनाव सहनशीलता और कीटों एवं रोगों के प्रति प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। |
रासायनिक खाद की खपत में कमी | रासायनिक खाद की खपत को 25% तक कम करता है। |
28% तक उपज वृद्धि | Sagarika का नियमित उपयोग उपज में 28% तक की वृद्धि कर सकता है। |

Iffco Sagarika का उपयोग कैसे करें?
Sagarika का उपयोग मुख्य रूप से दो तरीकों से किया जा सकता है:
- फोलिअर स्प्रे (पत्तों पर छिड़काव)
- मृदा सिंचन (soil drench)
दोनों ही तरीकों से इसे पौधों में पोषक तत्वों के अच्छे अवशोषण के लिए उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए सही मात्रा और समय का ध्यान रखना आवश्यक होता है।
फोलिअर स्प्रे के लिए खुराक:
0.25-0.5% (2.5-5 मि.ली. Sagarika को 1 लीटर पानी में मिलाएं)
फोलिअर स्प्रे का उपयोग पौधों की पत्तियों पर सीधे छिड़काव के रूप में किया जाता है, जिससे पोषक तत्व सीधे पत्तियों द्वारा अवशोषित हो जाते हैं और पौधे जल्दी प्रतिक्रिया करते हैं।
मृदा सिंचन (Soil Drench) के लिए खुराक:
2-4 लीटर प्रति एकड़
मृदा सिंचन का उपयोग पौधों की जड़ों के माध्यम से पोषक तत्वों को सीधे पहुंचाने के लिए किया जाता है। यह जड़ों की वृद्धि को बढ़ावा देता है और पौधों को स्वस्थ बनाता है।
विभिन्न फसलों के लिए Iffco Sagarika का उपयोग और खुराक:
Iffco Sagarika का उपयोग विभिन्न प्रकार की फसलों पर किया जा सकता है। हर फसल के लिए इसका उपयोग और खुराक अलग-अलग होता है। नीचे तालिका में विभिन्न फसलों के लिए इसकी अनुशंसित खुराक दी गई है:
फसल | Iffco Sagarika की अनुशंसित खुराक (kg/ha) |
---|---|
चावल | 120-150 किग्रा नाइट्रोजन (N), 60-90 किग्रा फॉस्फोरस (P2O5), 60-90 किग्रा पोटाश (K2O) |
गेहूं | 100-120 किग्रा नाइट्रोजन (N), 60-90 किग्रा फॉस्फोरस (P2O5), 40-60 किग्रा पोटाश (K2O) |
मक्का | 120-150 किग्रा नाइट्रोजन (N), 60-90 किग्रा फॉस्फोरस (P2O5), 60-90 किग्रा पोटाश (K2O) |
सोयाबीन | 80-100 किग्रा नाइट्रोजन (N), 40-60 किग्रा फॉस्फोरस (P2O5), 40-60 किग्रा पोटाश (K2O) |
मूंगफली | 80-100 किग्रा नाइट्रोजन (N), 40-60 किग्रा फॉस्फोरस (P2O5), 40-60 किग्रा पोटाश (K2O) |
कपास | 120-150 किग्रा नाइट्रोजन (N), 60-90 किग्रा फॉस्फोरस (P2O5), 60-90 किग्रा पोटाश (K2O) |
गन्ना | 200-250 किग्रा नाइट्रोजन (N), 120-150 किग्रा फॉस्फोरस (P2O5), 120-150 किग्रा पोटाश (K2O) |
दालें | 60-80 किग्रा नाइट्रोजन (N), 40-60 किग्रा फॉस्फोरस (P2O5), 40-60 किग्रा पोटाश (K2O) |
सब्जियाँ | 40-60 किग्रा नाइट्रोजन (N), 20-30 किग्रा फॉस्फोरस (P2O5), 20-30 किग्रा पोटाश (K2O) |
फल | 60-80 किग्रा नाइट्रोजन (N), 40-60 किग्रा फॉस्फोरस (P2O5), 40-60 किग्रा पोटाश (K2O) |

Q&A (प्रश्नोत्तरी):
प्रश्न 1: Sagarika का उपयोग किस प्रकार की फसलों के लिए किया जा सकता है?
उत्तर: Iffco Sagarika का उपयोग लगभग सभी प्रकार की फसलों में किया जा सकता है, जैसे कि चावल, गेहूं, मक्का, सोयाबीन, गन्ना, मूंगफली, दालें, सब्जियाँ, और फल।
प्रश्न 2: Sagarika का क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर: Iffco Sagarika फसलों की उपज, गुणवत्ता, और जड़ प्रणाली को सुधारता है। यह बीज अंकुरण को तेज करता है, मृदा स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, और रासायनिक खाद की खपत को कम करता है।
प्रश्न 3: क्या Sagarika का उपयोग जैविक खेती में किया जा सकता है?
उत्तर: हां, Iffco Sagarika एक प्राकृतिक उत्पाद है जिसमें समुद्री शैवाल के अर्क और पौधों के विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व होते हैं, इसलिए इसे जैविक खेती में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
प्रश्न 4: Sagarika का सही उपयोग कैसे किया जाए?
उत्तर: Sagarika का उपयोग फोलिअर स्प्रे या मृदा सिंचन के रूप में किया जा सकता है। फोलिअर स्प्रे के लिए 0.25-0.5% (2.5-5 मि.ली./लीटर पानी) खुराक और मृदा सिंचन के लिए 2-4 लीटर प्रति एकड़ खुराक का उपयोग करें।
प्रश्न 5: क्या Sagarika से उपज में वृद्धि होती है?
उत्तर: हां, Sagarika का उपयोग उपज में 28% तक की वृद्धि कर सकता है, साथ ही रासायनिक खाद की खपत को भी 25% तक कम करता है।
निष्कर्ष:
Sagarika IFFCO का एक उत्कृष्ट उत्पाद है, जो फसलों की वृद्धि, गुणवत्ता, और उपज को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसका उपयोग करना न केवल खेती को अधिक उत्पादक बनाता है, बल्कि मृदा स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद होता है। यदि आप अपने खेतों में बेहतर परिणाम प्राप्त करना चाहते हैं, तो Sagarika को आज़माएं।
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